Rewa news, स्वच्छता अभियान में रीवा सांसद विश्व में नाम कमा रहे हैं और रीवा में जिम्मेदार गंदगी का खड़ा कर रहे पहाड़।
विराट वसुंधरा/ ईशू केसरवानी
रीवा। स्वच्छता अभियान को एक तरफ जहां रीवा सांसद और पूरा शासन प्रशासन सफल बनाने में जुटा हुआ है बीते दिन ही रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा द्वारा क्षेत्र भ्रमण के दौरान मऊगंज जिले के एक गांव की एक सार्वजनिक शौचालय को बिना हाइजीनिक सुरक्षा अपने हाथों से साफ करते हुए देखे गए ऐसा करके उन्होंने जनता को यह संदेश दिया हैं कि अगर मैं सांसद हूं तो आपके घर का शौचालय इस तरह से साफ कर सकता हूं तो फिर आप अपने शौचालय और अपने कार्यालय घर एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों की सफाई क्यों नहीं कर सकते लेकिन इतना सब कुछ होने के बाद भी लोगों की सोच इतनी सीमित है कि स्वच्छता अभियान को लेकर दिखावा तो कर सकते हैं फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया में पोस्ट कर सकते हैं लेकिन वास्तविकता यह है कि जहां रहते हैं काम करते हैं वहां स्वच्छता के लिए शिवाय दिखावा कुछ नहीं करते।
ऐसा ही एक मामला रीवा जिले के त्योंथर जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायतों में स्वच्छता अभियान के नाम पर बड़े पैमाने पर राशि खर्च हो रहा है। इसके बावजूद स्वच्छता देखने को नहीं मिल रहा है। त्योंथर जनपद से लेकर ग्राम पंचायत तक शासकीय भवन खुद ही भारी गंदगी के चपेट में घिरे हुए हैं। सामने आ रहीं तस्वीरों से अधिकारियों और कर्मचारियों की मंशा स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है। जिससे यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वच्छता अभियान के नाम पर खानापूर्ति करते हुए राशि का जमकर दुरुपयोग और बंदरबांट हो रहा है।
ताजा मामला ग्राम पंचायत सोहागी से सामने आया है जहां स्वच्छता अभियान के तहत निर्माण करवाए गए सामुदायिक स्वच्छता परिसर में भारी गंदगी का अंबार देखा गया है। सामने आए तस्वीरों से प्रतीत होता है कि यह सामुदायिक स्वच्छता परिसर नही कचरा डंपिंग पॉइंट है। वहीं सामुदायिक स्वच्छता परिसर में ताला भी लटका हुआ मिला हैं। बता दे कि जिस प्रकार से बेहद गंदगी फैली हुई है उक्त सामुदायिक स्वच्छता परिसर का उपयोग लंबे समय से नहीं किया गया है। बड़ा सवाल यह है कि क्या ग्राम एवं जनपद के जिम्मेदार जमीनी धरातल में कार्य नहीं करना चाहते हैं अथवा उनकी भूमिका संदिग्ध है। लाखों रुपए खर्च करने के पश्चात भी इस सामुदायिक स्वच्छता परिसर में ताला क्यों लटका हुआ है एवं परिसर में बेहद गंदगी क्यों है।
बता दें कि त्योंथर जनपद अंतर्गत 97 ग्राम पंचायत है जहां सामुदायिक स्वच्छता परिसर हेतु करोड़ों के रूपये राशि खर्च किये गए होंगे। इसी प्रकार से जनपद के कई सामुदायिक स्वच्छता परिसर का यही हाल है। जिसकी तस्वीरे भी समय-समय पर देखने को मिली है। पूर्व में कई सामुदायिक स्वच्छता परिसर में अवैध कब्जा और अतिक्रमण जैसे मामले भी सामने आए हैं। परंतु जनपद की ओर से किसी भी प्रकार से अभियान में सकारात्मक रूप देखने को नहीं मिला है।
जानकारी के अनुसार गत दिवस जनपद कार्यालय के सीईओ कक्ष के बगल में फैली गंदगी के अंबारों की तस्वीर सामने आई थी। जो जनपद के अधिकारियों और स्वच्छता प्रभारियों को आईना दिखाने का कार्य कर रही है।